फतेहपुर चक्र, रामनगर नैनीताल
हाथों से हाथ मिला दिये और कोरोना हमने पाया छठी कक्षा की छात्रा प्रांजली जोशी ने लॉकडाउन के मौके पर इस गीत को लिखा और उसे धुन भी दी है। प्रांजली का यह गीत आसपास के लोग भी गुनगुना रहे हैं। कोरोना वायरस के कारण घरों में कैद होना काफी कष्टदायक साबित हो रहा हैं। परंतु कुछ बच्चे इस मौके का प्रयोग अपनी रचनात्मकता को सामने लाने में कर रहे हैं। ऐसा ही कुछ किया हैं लिटिल स्कॉलर्स की छात्रा प्रांजली जोशी ने। उसने कोरोना से बचाव पर एक गीत लिखा।
गीत के बोल हैं,
_हाथों से हाथ मिला दिये_
_और कोरोना हमने पाया हैं,_
_तब जा के कहीं हमने हाथों पे,_
_ये सैनिटाइजर लगाया है।_
प्रांजली के पिता डॉ. प्रमोद जोशी पीएनजी डिग्री कॉलेज में प्राध्यापक हैं। माता संगीता जोशी बीएलएस जीजीआईसी ऐंचोली पिथौरागढ़ में अंग्रेजी की प्राध्यापिका हैं। प्रांजली रचनात्मक शिक्षक मंडल की थियेटर ग्रुप की भी सक्रिय सदस्य हैं।